《得胜读经计划表》-修改版
发布时间:2016-08-12 10:54:07
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日 | 一月 | 二月 | 三月 | 四月 | 五月 | 六月 | 七月 | 八月 | 九月 | 十月 | 十一月 | 十二月 |
1 | 诗1 | 诗32 | 诗60 | 诗91 | 诗120 | 箴1 | 箴31 | 诗31 | 诗62 | 诗92 | 诗122 | 箴2 |
2 | 诗2 | 诗33 | 诗61 | 诗92 | 诗121 | 箴2 | 诗1 | 诗32 | 诗63 | 诗93 | 诗123 | 箴3 |
3 | 诗3 | 诗34 | 诗62 | 诗93 | 诗122 | 箴3 | 诗2 | 诗33 | 诗64 | 诗94 | 诗124,约1耶27,代下36:11-21 | 箴4 |
4 | 诗4 | 诗35 | 诗63 | 诗94 | 诗123 | 箴4 | 诗3 | 诗34 | 诗65 | 诗95 | 诗125 | 箴5 |
5 | 诗5 | 诗36 | 诗64 | 诗95 | 诗124 | 箴5 | 诗4 | 诗35 | 诗66 | 诗96 | 诗126 | 箴6 |
6 | 诗6 | 诗37 | 诗65 | 诗96 | 诗125 | 箴6 | 诗5 | 诗36 | 诗67 | 诗97 | 诗127 | 箴7 |
7 | 诗7 | 诗38 | 诗66 | 诗97 | 诗126 | 箴7 | 诗6 | 诗37 | 诗68 | 诗98,路19结1,代下36:9-10 | 诗128 | 箴8 |
8 | 诗8 | 诗39 | 诗67 | 诗98 | 诗127 | 箴8 | 诗7 | 诗38 | 诗69 | 诗99 | 诗129 | 箴9 |
9 | 诗9 | 诗40 | 诗68 | 诗99 | 诗128 | 箴9 | 诗8 | 诗39 | 诗70 | 诗100 | 诗130 | 箴10 |
10 | 诗10 | 诗41 | 诗69 | 诗100 | 诗129 | 箴10 | 诗9 | 诗40 | 诗71 | 诗101 | 诗131 | 箴11 |
11 | 诗11 | 诗42 | 诗70 | 诗101 | 诗130 | 箴11 | 诗10 | 诗41 | 诗72 | 诗102 | 诗132 | 箴12 |
12 | 诗12 | 诗43 | 诗71 | 诗102 | 诗131 | 箴12 | 诗11 | 诗42 | 诗73 | 诗103 | 诗133 | 箴13 |
13 | 诗13 | 诗44 | 诗72 | 诗103 | 诗132 | 箴13 | 诗12 | 诗43 | 诗74 | 诗104 | 诗134 | 箴14 |
14 | 诗14 | 诗45 | 诗73 | 诗104 | 诗133 | 箴14 | 诗13 | 诗44 | 诗75 | 诗105 | 诗135 | 箴15 |
15 | 诗15 | 诗46 | 诗74 | 诗105 | 诗134 | 箴15 | 诗14 | 诗45 | 诗76 | 诗106 | 诗136 | 箴16 |
16 | 诗16 | 诗47 | 诗75 | 诗106 | 诗135 | 箴16 | 诗15 | 诗46 | 诗77 | 诗107 | 诗137 | 箴17 |
17 | 诗17 | 诗48 | 诗76 | 诗107 | 诗136 | 箴17 | 诗16 | 诗47 | 诗78 | 诗108 | 诗138 | 箴18 |
18 | 诗18 | 诗49 | 诗77 | 诗108 | 诗137 | 箴18 | 诗17 | 诗48 | 诗79 | 诗109 | 诗139 | 箴19 |
19 | 诗19 | 诗50 | 诗78 | 诗109 | 诗138 | 箴19 | 诗18 | 诗49 | 诗80 | 诗110 | 诗140 | 箴20 |
20 | 诗20 | 诗51 | 诗79 | 诗110 | 诗139 | 箴20 | 诗19 | 诗50 | 诗81 | 诗111 | 诗141 | 箴21 |
21 | 诗21 | 诗52 | 诗80 | 诗111 | 诗140 | 箴21 | 诗20 | 诗51 | 诗82 | 诗112 | 诗142 | 箴22 |
22 | 诗22 | 诗53 | 诗81 | 诗112 | 诗141 | 箴22 | 诗21 | 诗52 | 诗83 | 诗113 | 诗143 | 箴23 |
23 | 诗23 | 诗54 | 诗82 | 诗113 | 诗142 | 箴23 | 诗22 | 诗53 | 诗84 | 诗114 | 诗144 | 箴24 |
24 | 诗24 | 诗55 | 诗83 | 诗114 | 诗143 | 箴24 | 诗23 | 诗54 | 诗85 | 诗115 | 诗145 | 箴25 |
25 | 诗25 | 诗56 | 诗84 | 诗115 | 诗144 | 箴25 | 诗24 | 诗55 | 诗86 | 诗116 | 诗146 | 箴26 |
26 | 诗26 | 诗57 | 诗85 | 诗116 | 诗145 | 箴26 | 诗25 | 诗56 | 诗87 | 诗117 | 诗147 | 箴27 |
27 | 诗27 | 诗58 | 诗86 | 诗117 | 诗146 | 箴27 | 诗26 | 诗57 | 诗88 | 诗118 | 诗148 | 箴28 |
28 | 诗28 | 诗59 | 诗87 | 诗118 | 诗147 | 箴28 | 诗27 | 诗58 | 诗89 | 诗119 | 诗149 | 箴29 |
29 | 诗29 | ―――― | 诗88 | 诗119 | 诗148 | 箴29 | 诗28 | 诗59 | 诗90 代下36:1-8 | 诗119 | 诗150 | 箴30 |
30 | 诗30 | ―――― | 诗89 | 诗119 | 诗149 | 箴30 | 诗29 | 诗60 | 诗91 | 诗120 约一5 结48,29:17-30:19 | 箴1 | 箴31 |
31 | 诗31 | ―――― | 诗90 | ―――― | 诗150 | ―――― | 诗30 | 诗61 | ―――― | 诗121 | ―――― | 诗91 |
《得胜读经计划》有三个特点: 1、 每天读一篇诗篇或箴言 2、 一年读两遍福音书 3、 按年代次序通读旧约。
《得胜读经计划》的使用建议 任何时候都可以开始:你可以在一年中的任何时候开始使用你的《得胜读经计划》。现在就从今天的日期开始,只要你在以下的十二个月中很忠心地使用这个计划,就可以读完一遍《圣经》了。 假如你漏读了一天:有时因为一些紧急事件或意外事情使你这天不能按计划读经,我们强烈建议你:第二天不要试 图一次读两天的计划,这样做只能使进度减慢。撒旦会借机打击你的信心,使你很容易放弃整个读经计划。我们的建议是:如果你错过了一天,就越过那一天的读经 计划,然后,到了周末,或你有了额外的时间,就回过头来,补上你所漏读的那些读经计划。 写下关键的经文:你可以记下在那一天的读经计划中神特别感动你的关键经文。若这节经文是神要你背下来的,那么你可以在这节经文的边上做一些特别记号,每周至少背一节这样的经文。 记下神对你所讲的话语:神对他的儿女讲话主要通过《圣经》。假如你没有天天花时间读《圣经》的话,那么你就切断了神引领你的主要渠道。记下在这个月中神对你说话的主要内容,包括与这些话语相关的经文的出处。